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लेखनी प्रतियोगिता -05-Aug-2023

#विषय:- स्वैच्छिक 
#दिनांक:- 5/8/2023
#शीर्षक:- अज्ञात

ऐसा कौन है जो मन को बहलाये,
बारिश में गिरते आँसू पोछने आये,
चलते-चलते बस कहीं रूक जाये,
विषय कोई भी हो, भाव समझ जाये,
खामोशी की हर वजह पहचान जाये,
दिल पचपन का हो,
पर प्यार बचपन सा निभाये,
दुत्कार सहकर भी पीछा ना छोड़ पाये,
मित्र की आवाज सुनकर ही चैन आये,
नाराजगी में भी प्यार जताये,
दिल के सौदे में सब कुछ गिरवी रख जाये,
कभी किसी और का नहीं
बनने की कसम निभाये,
हकीकत में ही नहीं ख्याब में भी एहसास जगाये,
कागज कोरा हो,
पर रूह पर अपना नाम लिख जाये,
मैं तो हुई बावरी,
मुझे आकर समझाये,
जिसे पाकर स्वयं को मित्र का तोहफा मिल जाये |

रचना मौलिक, अप्रकाशित, स्वरचित और सर्वाधिकार सुरक्षित है|

प्रतिभा पाण्डेय"प्रति"
चेन्नई

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2 Comments

HARSHADA GOSAVI

06-Aug-2023 06:40 AM

Very nice

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Gunjan Kamal

05-Aug-2023 10:37 PM

बहुत खूब

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